उसका इशारा देवा के लंड की तरफ था। देवा बिना कुछ कहे कौशल्या को अपने लंड की तरफ खीच लेता है और कौशल्या देवा के खूबसूरत लंड को पहले कितनी ही देर देखती है और फिर उसे चुमते हुए अपने मुंह के अंदर ले लेती है गलप्प गलप्प।
कितनी ही देर वो देवा के लंड को नहीं छोड़ती और जब छोड़ती है तो देवा के लंड की नसे फूल के एकदम मोटी हो गई थी। खून से भरे हुए लंड की नसे देख कौशल्या की चूत डरने भी लगती है और चुदने के लिए चीखने भी लगती है।
देवा, कौशल्या को सीधा लिटा के उसके पैर खोल देता है और धीरे धीरे अपने लंड को कौशल्या की चूत में घुसाते जाता है।”
कौशल्या, उईई माँ क्या है ये लंड है या कोई बांस है आह्ह्ह।
देवा, कम चिललाओगी धीरे से करुँगा ज़ोर से चिल्लाओगी उतने ज़ोर से चोदुँगा आह्ह्ह।
कौशल्या, अपने मुंह पे दोनों हाथ रख देती है जिससे उसकी आवाज़ न निकल सके पर देवा ने तो उससे मज़ाक़ किया था वो ऐसा खुंखार शिकारी था जो अपने शिकार को कभी अधूरा नहीं छोडता था । वो अपने लंड से कौशल्या की चूत को खोलता चला जाता है और कौशल्या कुछ देर बाद कुँवारी लड़की की तरह चीखने लगती है।
आह निकाल ले बाहर मर जाऊँगी मै आअह्हह्हह्हह।
देवा, बस थोडी देर भाभी आहह बस हो गया न आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
कौशल्या रोने लगती है उसकी चूत से पानी की धार बहने लगती है कभी कभार चुदने वाली कौशल्या आज अपने ज़िन्दगी के सबसे सुखद और दर्दनाक दौर से गुज़र रही थी । एक तरफ चूत की आग उसे और और चुदने के लिए कह रही थी और एक तरफ लंड की मार उसे चुदने से रोक रही थी
देवा, अपने मज़बूत हाथों से कौशल्या के दोनों ब्रैस्ट को पकड़ के सटा सट अपना लंड उसकी चूत में घुसाए जा रहा था।
रोते रोते कौशल्या की आवाज़ अब सिसकारियों में बदल चुकी थी उसकी चूत ने देवा के लंड को अच्छी तरह अपना ली थी वो दोनों टांगों को और खोल देती है। जिससे देवा के लंड को अंदर जाने में आसानी हो।
देवा, आहह क्या बात है भाभी अब तो चिल्ला भी नहीं रही हो।
कौशल्या, प्यार करती हूँ तुमसे और प्यार करने वाले की हर चीज़ अच्छी लगती है दर्द भी आह्ह्ह्ह्ह।
देवा, अपनी भाभी के होठो को चुमता हुआ अपने लंड को चूत की गहराइयों में उतारता चला जाता है इस बात से अन्जान की देवकी दरवाज़े के पास खड़ी सब देख रही है।”
देवा के झटकों से जहाँ कौशल्या थरथरा रही थी वही दरवाज़े पे खडी देवकी की चूत भी गीली हो चुकी थी।
कौशल्या , आहह मर गई मै तो आज देवा…..
देवा, भाभी अभी तो आपका आखरी सुराख़ बाकी है।
कौशल्या , नहीं कभी नहीं मर जाऊँगी मै । बस बस आहह देवा आह्ह्ह्ह्ह।
कुछ देर बाद देवा अपने अखिरी झटके कौशल्या की चूत में मारने लगता है और अचानक कौशल्या की चूत से ढेर सारा पानी बाहर बहने लगता है ये दोनों के पहले मिलाप का पहला पानी था।।
कौशल्या , देवा के पेट सहलाते हुए अपने साँसें धीमे करने लगती है की उसे आभास होता है के कोई उन्हें देख रहा है जैसे ही वो दरवाज़े की तरफ देखती है उसके मुंह से एक चीख़ निकलती है माँ जी।
देवा, देवकी को देख कौशल्या के ऊपर से हट जाता है और दोनों जल्दी जल्दी अपने अपने कपडे तलाश करने लगते है।
कौशल्या के हाथ पैर थर थर काँप रहे थे। वो जानती थी अब उसकी सास पूरा घर सर पे उठा लेंगी ।
देवकी आगे बढ़ती है और धीरे धीरे कौशल्या के क़रीब पहुँच जाती है।
कौशल्या , अभी भी नंगी ही खड़ी थी। माँ जी ये सब पता नहीं कैसे हो गया मुझे माफ़ कर दिजिये।
देवकी के कुछ कहने से पहले ही कौशल्या खुद बा खुद अपनी सफाई देने लगती है।वो देवकी से ऑखें भी नहीं मिला रही थी। देवा पास में खड़ा अपने कपडे पहन रहा था उसे तो पता था की देवकी क्या करेंगी पर एक बात से वो निश्चिंत था की अगर देवकी ने ज़्यादा हल्ला गुल्ला की तो वो उसके मुंह में अपना लंड डालके उसे चुप ज़रूर करवा देगा।
देवकी, मैंने तुमसे सफाई नहीं मांगी। कौशल्या इधर देखो मेरी तरफ।
कौशल्या डरते ड़रते देवकी की तरफ देखती है और उसी पल अचानक देवकी अपने होंठ कौशल्या के होठो पे रख के लगभग अपने मुंह को उसके मुंह में डाल देती है।”
देवकी के इस तरह व्यवहार से जहाँ कौशल्या की ऑंखें फटी की फटी रह जाती है वही देवा भी हक्का बक्का सा उन दोनों को देखता रह जाता है।
जब देवकी कौशल्या के मुंह से रस पान करके अपने होंठ हटाती है तो कौशल्या के चेहरे पे जादू और चिंता के मिले जुले भाव नज़र आते है।
देवकी, अरे घबराते क्यों है कुछ नहीं कहूँगी तुझे मैं।
तेरे मुंह से अब भी इसके लंड के महक आ रही है
तेरी सास अब बदल गई है । कौशल्या तू किसी से भी मत डर जो दिल में आये खुले आम कर कोई तुझे कुछ नहीं कहने वाला।
देवा, देवकी को पीछे से पकड़ लेता है अरे वाह मामी एक ही रात में तुम इतनी बदल गई।
देवकी, सब तेरे और तेरे पानी के करिश्मा है बेटा।
सच कहूं तो जब मै रामु के साथ ये सब कर सकती हूँ तो अपनी बहु को तेरे साथ करने से क्यों रोकूं।
देवा, मामी मै कल जाने वाला हूँ मेरी एक इच्छा पूरी करोगी।।
देवकी, हाँ बोल न।
देवा, मैं तुम दोनों को एक साथ रामु के सामने चोदना चाहता हूँ।
कौशल्या , हाय दैया ये क्या कह रहे हो देवा । दिमाग तो जगह पर है तुम्हारा।
देवकी, इस में गलत क्या है।तुने तो मेरी मन की बात के कह दिया देवा ।
मै तो हमेशा से अपने आगे और पीछे से लेना चाहती थी।
देवकी के मुंह से ऐसे बाते सुनके कौशल्या को शर्म भी आ रही थी और मजा भी ।
देवकी, मैं रामु को मना लुंगी तुम बस रात में उसे थोडी सी शराब पीला देना ।
नशे में वो कुछ भी कर सकता है और थकता भी नही।
देवा, दोनों औरतों को अपने से चिपका लेता है देवा ने बहुत कम वक़्त में इस घर का नक्शा ही बदल दिया था। एक दूसरे को गालियों के सिवा बात न करने वाले इस घर के सदस्य अब खुले आम चुदाई की बातें करने लगे थे।
देवा को बस इंतज़ार था रात का और रामु के मान जाने का।”
आज दोनों सास बहु पहली बार एक साथ बाथरूम में नहाने चली जाती है दोनों की चूत की एक जैसी दशा बनी हुई थी पर उनकी चूत से रात के बारे में सोच सोच के रह रह के पानी रिस रहा था। वो दोनों नहा कम रही थी और एक दूसरे की चूत को ज़्यादा सहला रही थी।
देवकी, देख न बेटी क्या हाल किया है देवा ने इसका ।
कौशल्या , अपनी सास की चुत को अपने उँगलियों से मलती हुई- माँ जी मेरा भी तो यही हाल है जब वो अंदर होता है तो दिल करता है बाहर निकाल दूँ और जब देवा पास नहीं होता तो मन करता है उसे चुदती रहूँ। कल वो चल जायेंगा तो कैसे रह पाएंगे हम माँ जी।
देवकी, अपनी बहु के मोटे मोटे निप्पल्स को अपने मुंह में भर के चुसने लगती है। आहह तू चिंता मत कर बहु मै कुछ दिन बाद तुझे वहां भेज दूंगी फिर तू अच्छे से चुदवा लेना देवा से और मै उसे बोल दूंगी की दो तीन हफ्ते में वो यहाँ आके हमारी प्यास बुझा दिया करे। आअह्हह्हह्हह।
कौशल्या , अपनी दोनों उँगलियाँ अपने सास की चूत के अंदर तक डाल देती है और दोनों एक दूसरे को चुमते हुए झडने लगते है।एक दूसरे की चूत से बाल साफ़ करके जब वो दोनों नहा के बाहर निकलते है तो रामु को घर के अंदर अपने कमरे में बिस्तर पे लेटा हुआ पाते है।
देवकी जल्दी से उसके पास चले जाती है और कौशल्या देवा को बताने चली जाती है की रामु घर आ चुका है।
देवकी, पता नहीं रामु को कैसे मना लेती है पर कुछ देर बाद जब वो अपने कमरे के बाहर निकलता है तो उसका चेहरा चौदहवी के चाँद के तरह दमक रहा था वो हँस हँस के देवकी से बातें करने लगता है और कुछ देर बाद वहां देवा भी आ जाता है।
दोनो भाई एक दूसरे को देख पहले मुस्कुराते है उसके बाद गले मिलके बाहर चले जाते है।
कौशल्या , उनके जाने के बाद देवकी से पूछ लेती है
माँ जी वो मान गये।
देवकी, अरे मानता कैसे नहीं ।
कौशल्या , आपने उनसे क्या कहा।
देवकी, यही की अगर तुम चाहते हो की देवा अपनी माँ और तुम्हारे बापु से कुछ न कहे तो हमे उसे आज रात खुश करना होंगा वो समझदार है मेरी बात समझ गया।
कौशल्या , ख़ुशी के मारे अपनी सास के गले लग जाती है।”
उधर बाहर देवा और रामु गांव की गलियों में घुम रहे थे।
देवा, क्यूँ भाई आज पीने का मन नहीं है क्या।
रामु, नहीं देवा ।
असल में मुझे तुमसे बात करनी थी। मन बहुत भारी भारी हो रहा था। तुमसे बात करुँगा तो शायद कुछ सुकून मिले।
देवा, आओ यहाँ बैठ के बात करते है अब बोलो क्या बात है।
रामु, देवा तुम मेरे छोटे भाई जैसे हो।
तुमसे कुछ छुपा नहीं है तुम हमारे बारे में सब कुछ जान गए हो पर यार तुझसे नज़र मिलाने की मुझे हिम्मत नहीं हो रही है।
देवा, अरे भाई मेरे जो हुआ उसे भूल जा।
तूने मामी के साथ जो किया उस में तुम दोनों की ख़ुशी थी मैंने तुम्हें उस दिन इसलिए बुरा भला नहीं कहा की तुम अपने माँ के साथ ये सब कर रहे थे। बल्कि इसलिए तुम्हे चाँटा मारा था की तुम अपनी पत्नी पे बिलकुल ध्यान नहीं दे रहे थे।
जहाँ माँ के साथ सब कर सकते हो वही अपनी पत्नी को भी तो थोड़ा वक़्त दो। माँ के साथ करना तुम्हें अच्छा लगता है इस में तुम्हारा क्या दोष ये सब बातें हमारे बस में नहीं होती भाई ।
बस जो होने वाली बात होती है हो जाती है।
रामु, तो क्या कभी तेरा मन अपनी माँ के लिए बहका तो तू भी।
देवा, कुछ नहीं कहता।
पर रामु उसकी ख़ामोशी समझ जाता है और दोनों उठके शराब की दुकान में चले जाते है।
शराब के दो पैक पीने के बाद देवा रामु को ज़बर्दस्ती बाहर ले आता है कुछ नशा तो रामु पे चढ़ चुका था पर कुछ चढना बाकी था।
रामु, शराब के नशे में आज तूने मेरा मान हल्का कर दिया देवा।
आज मै बहुत खुश हूँ बोल तुझे क्या चाहिए मुझसे।
देवा, जो माँगूँगा देगा।
रामु, दूंगा बस तू बोल।
देवा, आज रात मेरे साथ अपनी माँ और पत्नी को चोदोगे।”
रामु, देवा की तरफ देखता है और फिर खिलखिला के हंसने लगता है।
मै जानता था तू यही मांगेंगा चल तू भी क्या याद रखेंगा आ जा घर चलते है।
जब वो दोनों घर पहुँचते है तो कौशल्या और देवकी को कमरे में बिस्तर पे उन दोनों का इंतज़ार करता पाते है।
देवकी और कौशल्या ऑखों ऑखों में देवा से पूछते है और देवा आँख मार के उन्हें बता देता है।
रामु, सीधा अपनी माँ देवकी के पास आता है और उसे अपने से चिपका के उसके मोटे मोटे कमर को दबाने लगता है ।
देवकी, आहह बेटा सब देख रहे है।
रामु, इसलिए तो कर रहा हूँ आज की रात तुम दोनों देवा को खुश कर दो। मेरा भाई कल जाने वाला है उसे किसी चीज़ की कमी मत होने देना आज रात।
वो नशे में क्या क्या बोल रहा था उसे भी पता नहीं था पर इन सब बातों से देवकी के साथ साथ कौशल्या बहुत खुश दिखाई दे रही थी।
रामु, खड़ा था और देवकी बिस्तर पे बैठी हुई थी देवा देवकी के बगल में जाके बैठ जाता है।
रामु , कौशल्या इधर आ।
कौशल्या , रामु के पास जाती है और रामु उसे कपडे उतारने के लिए कहता है।
साथ ही खुद के भी कपडे उतार देता है।
रामु, चल अपने पति परमेश्वर का मुंह में ले के चुस।
उधर देवा भी देवकी को नंगा कर चुका था।
कौशल्या , रामु का लंड मुंह में ले के चुसने लगती है और देवा देवकी को घोडी बनाके उसकी पीछे से चूत चाटने लगता है।
देवा, देवकी के चूत चाट चाट के लाल कर देता है और कौशल्या अपने पति के लंड को खड़ा कर देती है।
देवकी खडी हो जाती है और कौशल्या के मुंह से रामु का लंड निकाल लेती है ।
पहले वो कौशल्या के होठो को चुमती है उसके बाद रामु के लंड को मुंह में लेके हलक तक घुसा लेती है।
रामु, आहह माँ आराम आराम से।
कौशल्या देवा की तरफ देखती है जो देवकी और रामु को देख अपना लंड हाथ में ले के हिला रहा था । उसे देवा की बेबसी देखी नहीं जाती और वो उसके लंड को अपने नाज़ुक हथेली में ले के मसलते हुए मुंह में ले लेती है।”
एक तरफ कौशल्या अपने देवर के लंड को चूस रही थी दूसरी तरफ देवकी अपने बेटे के लंड को।
दोनो लंड इतनी बुरी तरह तड़प रहे थे चूत के लिए मगर दोनों औरतों को उन पे बिलकुल तरस नहीं आ रहा था। आखिर कर देवा कौशल्या को उठाके बिस्तर पर ले जाता है और अपने लंड को उसकी चूत पे लगा के अंदर घूस्सा देता है।
देवकी, रामु का हाथ पकड़ के कौशल्या के बगल में लेट जाती है और रामु अपने लंड पे थूक लगा के अपनी माँ की चूत को अपने लंड से भर देता है
कौशल्या , आहह देवा आहह आराम से । मेरी चूत की सुजन अभी तक उतरी नहीं आहह वो अपने सास का हाथ पकड़ लेती है तो पहले से थर थर कांप रही थी रामु अपने पूरी ताकत से उसे चोद रहा था।
देवकी, आहह देवा मेरा दुसरा सुराख़ भर दे बेटा आअह्हह्हह्हह।
देवा , कौशल्या की तरफ देखता है और कौशल्या उसे अपने चूत से लंड निकालने की इजाज़त दे देती है।
रामु, का लंड देवकी की चूत में था ।
देवा, थोड़ा सा तेल उठाके देवकी की गाण्ड के भूरे छेद पे डाल देता है और बिना देवकी को कुछ कहे झट से अपना लंड का सुपाडा देवकी की गाण्ड में घूस्सा देता है।
देवकी, मर गई हरामी आहह क्या ठूँस दिया रे तूने पीछे से….
देवा, अभी तो कह रही थी मामी की दुसरे सुराख़ में डालो ले ऐसे न आह्ह्ह्ह्ह्।
वो कौशल्या की चूत से बीच चुदाई में लंड निकालने से थोड़ा ग़ुस्से में था इसलिए वो बेरहमों की तरह देवकी की गाण्ड मारने लगता है।
देवकी, ‘आहह आहह माँ ओ आहह नहीं न ऐसे नहीं आहह रामु बेटा तू तो थोड़ा धीरे कर ये देवा तो सुनता ही नहीं आह्ह्ह्ह्ह्।
रामु, आहह माँ आहह…..
वो नशे में था और उसी हालत में वो अपने लंड को देवकी की चूत की गहराई में पेलता चला जा रहा था।”
सामने बैठी कौशल्या देवा के लंड को गाण्ड में जाता देख रही थी और उसका दिल भी ये सब करवाने के लिए उसे कह रहा था।
देवा, देवकी को खड़ा कर देता है पच की आवाज़ के साथ दोनों लंड देवकी की चूत और गाण्ड से निकल जाते है।
देवकी के कुछ बोलने से पहले ही देवा देवकी को अपने गोद में उठा लेता है और नीचे हाथ डालके अपना लंड उसकी चूत में घुसा देता है।
पीछे खड़ा रामु भी अपने लंड को देवकी की गाण्ड में पेलने लगता है देवकी दोनों के बीच पीसती चली जाती है।
देवकी, के दिल की मुराद पूरी हो जाती है और 15 मिनट के इस दमदार चुदाई से उसके साथ साथ रामु का भी पानी निकलने लगता है देवा उसे नीचे उतार देता है। दोनों माँ बेटे एक दूसरे को चुमते हुए बिस्तर पे लेट जाते है।
पर तब तक वो कौशल्या के बदन में ज्वालामुखी भड़क चुकी थीं। वो पागलो की तरह देवा के लंड पे टूट पड़ती है।
देवा, आहह भाभी ।
कौशल्या , नहीं देवा भाई अब नहीं रोको मुझे । मै तुम्हें मना करती थी न पीछे से ड़ालने को ।अब मै खुद तुमसे कह रही हूँ जहाँ डालना है डालो बस मुझे ये दे दो आहह गलप्प गलप्प गलप्प।
कौशल्या , भाई मुझे दे दो अंदर तक आहह गलप्प चोदो अपनी बहन को उसके पति और सास के सामने कस के गलप्प मै चुदना चाहती हूँ रात भर गलप्प गलप्प्प।
कौशल्या , के मुंह से ऐसे बातें सुनके देवा का ढिला पड़ चुका लंड फिर से खड़ा होजाता है और वो कौशल्या को लिटा के रामु और देवकी के ऑखों में ऑखें डालके कौशल्या को चोदने लगता है आह्ह्ह्ह्ह्ह।
कौशल्या भी अपने पति को देखते हुए चिल्लाने लगती है भाई भाई चोदो न ज़ोर ज़ोर से अपने बहन को। हां हाँ भर दो अपनी बहन की चूत को अपने अमृत से आह्ह्ह।
देवा, कौशल्या की चूत से पानी निकलने तक उसे उसी तरह चोदता रहता है और जैसे ही कौशल्या की चूत से पानी बाहर बहने लगता है वो अपने लंड को बाहर खीच के कौशल्या की गाण्ड में दो उँगलियाँ डाल देता है।”
कौशल्या , माँ जी मेरी गाँड।
देवकी उसे देख मुस्कुराने लगती है और सामने पड़े हुए तेल की बोतल देवा को थमा देती है ।
देवा, तेल कौशल्या की गाण्ड में डाल देता है जिससे वो और चिपचिपी हो जाती है।
भाभी थोड़ा दर्द होंगा ।
कौशल्या , मर भी जाऊँ तो रुकना मत डाल देना भाई।
देवा, अपने लंड को हाथ में पकड़ के धीरे धीरे कौशल्या की कुँवारी गाण्ड में ड़ालने लगता है पहले पहले लंड फिसलता चला जाता है फिर देवा कौशल्या के पैर दोनों तरफ खोल देता है और दूबारा कोशिश में सुपाडा गाण्ड की सुराख़ को खोल के अंदर चला जाता है।
कौशल्या , के मुंह से चीख निकल जाती है।
पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अब देवा को रोकना नामुमकिन था। वो पहले धीरे धीरे उसके बाद सटा सट अपने लंड को कौशल्या की गाण्ड में उतारते चला जाता है।
और कौशल्या चीखती चिल्लाती अपने पति सास को आवाज़ देती गाण्ड मरवाती जाती है।
उस रात रामु तो सो जाता है पर देवा देवकी और कौशल्या को सोने नहीं देता। सुबह के 5 बजे तक वो दोनों को थोडी थोडी देर के बाद चोदता जाता है।
कौशल्या और देवकी की चूत और गाण्ड डबल रोटी की तरह फूल जाती है न उनसे चला जा रहा था और न बैठा।
सुबह के नाश्ते के बाद देवा अपनी मामी और भाभी को घर आने का निमंत्रण देते हुए अपने घर चला जाता है।
और पीछे छोड़ जाता है कौशल्या के पेट में अपने होने वाले बच्चे का बीज।”
देवा, अपने मामा के घर से अपने घर की तरफ चल देता है।
वो जब घर पहुँचता है तो ममता भागते हुए आके उसके गले से लिपट जाती है।ऐसा वो हमेशा करती थी जब भी देवा एक दो दिन के लिए शहर जाता था।
पर आज देवा को उसका इस तरह चिपकना बहुत अच्छा लग रहा था।
ममता , बडी जल्दी आ गये भाई लगता है वहां की हवा रास आ गई थी आपको।
देवा, अपने बहन को अपने छाती से लगा के ज़मीन से थोड़ा ऊपर उठा लेता है।ममता के छोटे छोटे कड़क ब्रैस्ट देवा की छाती में धँस जाते है।
मैं तो वही रुकने वाला था पर तेरी इतनी याद आ रही थी इसलिए चला आया।
ममता, अपने भाई के गाल पे काट लेती है।
झूठे कहीं के ।
उसका दिल भी अपने भाई की छाती से अलग होने को नहीं कर रहा था।
इसलिए वो अपने दोनों बाहें देवा के गले में डाल देती है।
देवा, माँ कहाँ है।